Budget 2022- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को Budget 2022 पेश करेंगी. लेकिन बजट से जुड़ी कई सारी पुरानी परंपरा जो हमें इससे पहले देखने को मिलती थी अब नहीं निभाई जाएंगी. तो आइए जानते हैं Budget से जुड़ी उन कुछ परंपराओं के बारे जो बदल दी गई हैं.
Budget की तारीख - 2014 में मोदी सरकार आने के बाद से ही Budget से जुड़ी कई सारी पुरानी परंपराओं को बदला गया है. 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 फरवरी को Budget पेश किया था, ताकि नया Financial year शुरू होने से पहले ही Budget से जुड़ी सारी प्रक्रियाओं को पूरा किया जा सके.
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Rail Budget को आम बजट में मिलाना - 2016 के Budget में Rail Budget को आम बजट के साथ ही पेश किया गया था. इससे पहले हमेशा Rail Budget को अलग से पेश किया जाता था.
बही खाता - जुलाई 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन लाल कपड़े के एक बस्ते में Budget दस्तावेजों को लेकर संसद पहुंची थीं, जिसे की बहीखाते के तौर पर देखा गया था. इससे पहले सारे वित्त मंत्री एक काले बैग में Budget दस्तावेज लेकर आते थे जो कि ब्रीफकेस जैसा था.
बिना प्रिंट हुआ Budget- 2021 में Covid Protocol का पालन करते हुए Budget को प्रिंट नहीं कराया गया. इसकी डिजिटल कॉपी सभी सांसदों को दी गई.
पंचवर्षीय योजना - 2015 में नीति आयोग का गठन होते ही पंचवर्षीय योजना खत्म हो गई. 2017 के Budget से इसका समापन हो गया क्योंकि आखिरी पांचवर्षीय योजना का समय 2012- 2017 था.