Adani Ports Stock: इजरायल और हमास के बीच युद्ध लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका असर भारत की कुछ कंपनियों पर भी दिख रहा है. इस युद्ध के चलते गौतम अडाणी को काफी नुकसान होता दिख रहा है. सोमवार को अडाणी पोर्ट के शेयर में 5% की गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट की वजह से कंपनी के मार्केट कैप में भी काफी गिरावट आई है जो कि 8,561 करोड़ रुपए के करीब है. अडाणी ग्रुप की ये कंपनी इजराइल में हाइफा पोर्ट ऑपरेट करती है.
बता दें कि इजरायल ने अडाणी ग्रुप को पोर्ट का ऑफिशियल हैंडओवर जनवरी 2023 में किया गया था. इस डील के तहत अडाणी ग्रुप साल 2054 तक इस पोर्ट को ऑपरेट कर सकता है.
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अडाणी ग्रुप ने अपने बयान में कहा है कि वह इजरायल में हो रही गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. हाइफा पोर्ट नॉर्थ में स्थित है जबकि युद्ध साउथ में चल रही है. हमने वहां मौज़ूद कंपनी के कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी कदम उठाए हैं. बयान में आगे कहा गया है कि अडाणी पोर्ट के कुल कार्गो वॉल्यूम में हाइफा पोर्ट की हिस्सेदारी केवल 3% है.
मौज़ूदा वित्त वर्ष में हाइफा का कार्गो वॉल्यूम 10 से 12 मिलियन टन रहने का अनुमान है जबकि अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (APSEZ) का टोटल कार्गो वॉल्यूम 370 से 390 मिलियन टन रह सकता है. कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, इस फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही में एपीएसईजेड का टोटल कार्गो वॉल्यूम 203 मिलियन मीट्रिक टन रहा जिसमें हाइफा पोर्ट की हिस्सेदारी 6 मिलियन टन है.
अडाणी पोर्ट के अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जैन इरिगेशन, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, सन फार्मा और विप्रो जैसी प्रमुख भारतीय कंपनियों ने भी इजराइल में निवेश किया हुआ है. इस युद्ध से कच्चे तेल के दाम में भी तेजी आई है जिसकी वजह से हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल जैसी कंपनियों के शेयरों में भी 2% से ज्यादा की गिरावट आई है.