Adani Group Share Price : हिंडनबर्ग (Hindenburg Report) की रिपोर्ट का असर ऐसा हुआ कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयर धड़ाम हो चुके हैं, कई शेयर ऐसे हैं जो लोअर सर्किट के दौर में भी जा चुके हैं. अडानी ग्रुप की कंपनियों को मार्केट कैप (Market Cap) में 100 बिलियन डॉलर तक का नुकसान हो गया है. हालांकि, अडानी ग्रुप के शेयरों पर करीबी से नजर डालें, तो रिपोर्ट आने के एक दिन बाद 25 जनवरी से ग्रुप की 7 कंपनियों के शेयरों में 26% से 56% के बीच गिरावट आई. अगर हम दो साल पहले के हालात पर नजर डालें, तो ज्यादातर शेयर अभी भी उस वक्त के भाव से बहुत ऊंचे दाम पर ही हैं.
बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया था कि ग्रुप ने दशकों से अकांटिंग में फ्रॉड किया है और स्टॉक की कीमतों में हेराफेरी की है. अडानी ग्रुप ने आरोपों से इनकार किया, कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी और 400 पन्नों का जवाब भी पेश किया लेकिन हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पर कायम है.
24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी हुई थी और इसके बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट आई है. अडानी के शेयरों के धराशायी होने का असर शेयर बाजार पर भी हुआ और उसमें भारी अस्थिरता देखी गई. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट अडानी एंटरप्राइजेज का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (FPO) जारी होने से एक दिन पहले आई.
FPO के पूरी तरह सब्सक्राइब होने के बावजूद कंपनी ने 'अभूतपूर्व परिस्थितियों' और बाजार में उतार-चढ़ाव का हवाला देते हुए FPO रद्द कर दिया. पूरे विवाद के बीच पहली बार चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने सामने आकर कहा कि मौजूदा हालात में FPO संग आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा.
वहीं, नए हालात में अडानी ग्रुप के लिए मुसीबतें भी कम नहीं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंकों से अडानी ग्रुप को दिए कर्ज की जानकारी साझा करने को कहा है. स्विट्जरलैंड की इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी क्रेडिट सुइस ने प्राइवेट बैंकिंग के ग्राहकों से मार्जिन लोन के लिए जमानत के तौर पर अडानी ग्रुप के बॉन्ड लेना बंद कर दिया. सिटीग्रुप इंक ने भी गौतम अडानी की कंपनियों की सिक्योरिटीज को स्वीकार करना बंद कर दिया है.
ग्रुप को नया झटका डाउ जोन्स (Dow Jones) ने दिया है. डाउ जोन्स ने कहा है कि अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को वह सात फरवरी से अपने ‘स्थिरता सूचकांक’ से हटा देगा. बता दें कि डाउ जोन्स अमेरिकी स्टॉक मार्केट है.
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