एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-झोपडी के नाम से चर्चित धारावी का जल्द काया पलट होने वाला है. यह उपक्रम महाराष्ट्र सरकार और अदानी ग्रुप (Adani Group) का संयुक्त धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट है. सरकार यहां के स्लम में रहने वाले लोगों का डाटा जुटा रही है. आपको बता दे ,18 मार्च से सर्वे शुरू किया जाएगा. इस डाटा का इस्तेमाल राज्य सरकार प्रस्तावित रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत उनके पुनर्वास के लिए योग्यता का मापदंड निर्धारित करने के लिए करेगी. सर्वे करते समय पहली बार 'डिजिटल धारावी' नाम से एक लाइब्रेरी भी धारावी में बनाई जाएगी. धारावी वासियों के समस्याओं का निपटारा करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-268-8888 शुरू किया गया है.
DRPPL के प्रवक्ता ने कहा,‘‘धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट और महाराष्ट्र सरकार का यह सर्वे विश्व में जीर्णोद्धार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक है. मुंबई को झोपड़पट्टी रहित बनाने की दिशा में पहला कदम है. यह धारावी को मुंबई के अंदर ही एक आधुनिक शहर, वैश्विक स्तर के टाउनशिप में परिवर्तित करने की शुरुआत है. हम सभी धारावी निवासियों को इस काम में समर्थन देने का अनुरोध करते हैं’
धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड, महाराष्ट्र सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसमें महाराष्ट्र सरकार और अदाणी ग्रुप के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में ये गठन किया गया है. DRPPL से धारावी वासियों को आधुनिक आवास प्रदान करके और उनकी अंतर्निहित उद्यमशीलता भावना को संरक्षित करने और साथ ही धारावी वासियों का जीवन उन्नत बनाना इसके पीछे का मकसद है.