गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई (Ghaziabad Assault Case) के केस से जुड़ी यूपी पुलिस की कार्रवाई अब सुप्रीम कोर्ट (FIR on Twitter India Head) के दरवाज़े तक जा पहुंची है. इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी (Manish Maheshwari Twitter India) को कर्नाटक हाईकोर्ट से मिली राहत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. इस अर्जी में हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई है, जिसमें माहेश्वरी के खिलाफ किसी भी तरह के एक्शन पर रोक लगा दी गई है. दरअसल माहेश्वरी को यूपी पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, जिसके खिलाफ वो हाईकोर्ट चले गए थे.
इस मामले में खुद मनीष माहेश्वरी ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट फाइल की है, जिसमें मांग की गई है कि यूपी सरकार की ओर से दाखिल अर्जी पर सुनवाई से पहले उनका पक्ष भी सुना जाए. ये सारा मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके के एक मुस्लिम बुजुर्ग के (Ghaziabad Elderly Beaten) साथ बदसलूकी और मार पिटाई के कथित वीडियो से जुड़ा है, इस घटना से जुड़े एक वीडियो के वायरल होने के बाद यूपी पुलिस ने मनीष माहेश्वरी समेत 9 लोगों पर FIR दर्ज की थी, जिनमें पत्रकार राणा अय्यूब और सबा नकवी शामिल थे.