नेचर एजिंग जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन और स्वीडन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा बल्ड टेस्ट डेवलप किया है जिससे अल्ज़ाइमर बीमारी के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है। ये टेस्ट प्रोटीन मॉल्यूकल्स पर आधारित है जो न्यूरोनल डैमेज में भागी होते हैं। रिपोर्ट की मानें तो वैज्ञानिकों ने ऐसे मॉडल तैयार किये हैं जिससे लोगों में इस तरह के खतरे का अनुमान लगाया जा सकेगा। हालांकि, वैज्ञानिकों ने इस तरह के ब्लड टेस्ट को लेकर और अधिक रिसर्च की जरूरत बताई है। लेकिन इसके साथ ही रोग के प्रारंभिक निदान में इसे परिवर्तनकारी कदम बताया है।