अमेरिका और जर्मनी की स्पेस एजेंसी के साथ मिलकर फ्रांस इस हफ्ते अंतरिक्ष में सैन्य अभ्यास करने जा रहा है. इस अभ्यास का मकसद अंतरिक्ष में अपने उपग्रहों और बाकी के उपकरणों को सुरक्षित करना और अपनी ताकत का आकलन करना है. फ्रांस के अंतरिक्ष प्रोग्राम की कमान संभाल रहे माइकल फ्रिडलिंग का कहना है कि युद्धाभ्यास से देश की प्रणालियों पर दबाव झेलने की क्षमता का परीक्षण होगा. फ्रिडलिंग के मुताबिक इस प्रकार का युद्धाभ्यास करने वाला फ्रांस यूरोप में पहला देश होगा. बता दें कि बीते कई सालों में अंतरिक्ष में सैन्य गतिविधियां बढ़ी हैं चीन और अमेरिका इस क्षेत्र में जमकर निवेश कर रहे हैं और अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं. इस दौड़ में अब फ्रांस भी शामिल हो गया है. साल 2025 तक फ्रांस में इस खास सेना में 500 सैन्यकर्मी होंगे और इस कार्यक्रम पर फ्रांस सरकार का खर्च 5 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा.