जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला ने संसद में शनिवार को जम्मू-कश्मीर और पड़ोसी देशों से संबंध को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि हम जिस तरह से चीन से बात कर रहे हैं उसी तरह पड़ोसी से बात करनी पड़ेगी. रास्ता निकालना पड़ेगा. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बॉर्डर पर होने वाली झड़पें बढ़ रही हैं और लोग मर रहे हैं. इस स्थिति से निकलने का कोई रास्ता निकालना चाहिए.
सीनियर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में कोई प्रगति नहीं हो रही है. तब जबकि पूरी दुनिया डिजिटल हो गई है और सबकुछ ऑनलाइन हो रहा है, हमारे लोगों के पास 4G तक की सुविधा नहीं है. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि ऐसे में हमारे बच्चे न तो तालीम ले पा रहे हैं और न ही कारोबारी कारोबार कर पा रहे हैं.