कृषि कानूनों पर संसद में दो दिनों के हंगामे के बाद सरकार ने आखिकार विपक्ष की बात मान ली है.किसानों के मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा होगी और ये चर्चा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान की जाएगी .चर्चा के लिए पंद्रह घंटे का समय रखा गया है. इसके साथ ही आज सदन में शून्यकाल होगा, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को नहीं होगा. दरअसल कांग्रेस के नेतृत्व में 19 विपक्षी दलों ने सदन से किसानों के मुद्दे पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान ही चर्चा कराने की मांग की थी, जिसे मान लिया गया. इसे लेकर विपक्ष की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद भी कहा.