अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर देश को 40 साल बाद सबसे तगड़ा झटका लगा है, फाइनेंशियल ईयर 2021 में भारत की विकास दर -7.3 फीसदी रही, ये पिछले चार दशक में सबसे खराब प्रदर्शन है. अर्थव्यवस्था के इस तरह गोते लगाने को लेकर अब अर्थशास्त्रियों के चिंता के सुर सुनाई दे रहे हैं. वर्ल्ड बैंक ( World Bank ) के पूर्व आर्थिक सलाहकार और जाने माने अर्थशास्त्री कौशिक बसु (Kaushik Basu) ने इसे लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने अर्थव्यवस्था के ऐसे खराब हालात पर हैरानी जताते हुए इसे बेहद चिंताजनक बताया है. अब इस मोर्चे पर भारत की रैंकिंग 194 देशों की लिस्ट में 142 स्थान पर है, जबकि कुछ समय पहले तक हमारी पहचान सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाली इकोनमी के रूप में होती थी.
कौशिक ने कहा जो लोग ये कहते थे कि कोरोना का बुरा असर सभी देशों पर पड़ा है, उन्हें मैं कहूंगा कि जाएं और अपनी स्कूल नोटबुक में रैंक शब्द के अर्थ को फिर से पढ़ें.आपको बता दें कि सरकार द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था 2020-21 की चौथी तिमाही के दौरान 1.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जबकि पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी में 7.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.