तृणमूल कांग्रेस नेता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने संसद सत्र के दौरान जल्दबाजी में पारित किए जा रहे विधेयकों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है. डेरेक ने ट्वीट करते हुए सवाल किया कि, क्या हम पिज्जा डेलिवर कर रहे हैं या फिर देश की संसद में विधेयक पारित कर रहे हैं. मंगलवार को डेरेक ने कहा था कि जिस तरीके से विधेयक पारित हो रहे हैं वह संसद का मजाक बनाना है, और सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज दबाना. तो बुधवार को उन्होंने एक चार्ट ट्वीट कर बताया कि कैसे संसद में विधेयकों की कोई जांच परख अब नहीं हो रही. उनकी लिस्ट के मुताबिक 2009-2014 के बीच 71 फीसदी विधेयकों की संसद में जांच परख की गई. जो कि 2014-2019 के दौरान घटकर सिर्फ 26 फीसदी रह गया. डेरेक ने दावा किया है कि मौजूदा लोकसभा में तो यह घटकर सिर्फ 5 फीसदी रह गया है.