Cyclone jawad: देश के पूर्वी तट की ओर तेजी से बढ़ रहे चक्रवाती तूफान जवाद का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर होने के आसार हैं. जिसके मद्देनजर, दोनों राज्यों में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी कर दिया गया है और बचाव कार्य को लेकर हर तरह की तैयारी की गई है. खबरों के मुताबिक चक्रवात रविवार को पुरी तट पर दस्तक दे सकता है. इस दौरान 80 से 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
आंध्र प्रदेश के 3 जिलों से 54 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. सरकार ने स्कूलों और कम्युनिटी हॉल में 197 रिलीफ कैंप लगाए हैं. NDRF की 11 टीम, SDRF की 5 और कोस्ट गार्ड की 6 टीमें तैनात की गई है. दो हेलिकॉप्टर स्टैंड बाय पर रखा गया है और किसी भी आक्समिक घटना से निपटने के लिए 1 करोड़ रुपये का फंड जारी किया गया है.
वहीं ओडिशा में भी चक्रवात के खतरे को देखते हुए 19 जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. मछुआरों को समुद्र के पास ना जाने की सलाह दी गई है. इसके अलावा गजपति, गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा जिलों के डीएम को आदेश दिया गया है कि वो आशंकित जगहों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाएं.
जवाद के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 4 दिसंबर को प्रस्तावित यूजीसी-नेट परीक्षाओं का शेड्यूल भी बदल दिया गया है. . इसके अलावा आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से गुजरने वाली 107 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है.