चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड ने भले ही टीम इंडिया को करारी शिकस्त दी हो लेकिन मेहमान टीम के कप्तान जो रूट को मैच के दौरान एक डर भी सता रहा था. दरअसल ये सवाल उठ रहे हैं कि जो रूट ने दूसरी पारी को घोषित ना करते हुए टीम के ऑलआउट होने तक का इंतजार क्यों किया. खुद जो रूट ने इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मैं सुनिश्चित करना चाहता था कि मैच के दो ही संभावित नतीजे हों. अगर हम यह मैच हार जाते तो खराब शुरुआत होती. इसके अलावा उन्होंने दूसरे कारण में भारतीय विकेट कीपर ऋषभ पंत का भी नाम लिया. उन्हें ये डर था कि मौका मिलने पर पंत उनके खिलाफ खतरनाक साबित हो सकते हैं. रूट का यह डर जायज भी है, क्योंकि हाल ही में पंत ने अपनी टीम को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने निर्णायक मैच में 89 रनों की दमदार पारी खेली थी.