कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच सरकार ने नई गाइडलाइंस (New guidelines) जारी की है. जिसके मुताबिक कोरोना संक्रमित किसी शख्स की छींक और खांसी 10 मीटर की दूरी तक पहुंच सकती है...
पहले इसे दो मीटर तक माना जा रहा था. केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन (Advisor Vijay Raghavan) के दफ्तर की ओर से जारी इस एडवाइजरी को 'ईज़ी टू फॉलो' (Easy to follow ) नाम दिया गया है. इसमें कहा गया है कि लार या नाक से दो मीटर दूर तक ड्रॉपलेट्स गिरते हैं, लेकिन छोटे एयरोसोल के कण 10 मीटर तक हवा में फैल सकते हैं. लिहाजा कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए फेस मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई और जरूरी वेंटिलेशन अभी भी प्रभावी तरीके हैं.
इसके अलावा अमेरिकी वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के उलट सतह से संक्रमण फैलने की बात दोहराई गई है. जिसमें कहा गया है कि सतहों पर वायरस ज्यादा लंबे वक्त तक बचा रह सकता है. ऐसे में ज्यादा संपर्क में आने वाली सतहों, जैसे- दरवाजों के हैंडल, स्विचबोर्ड, मेज-कुर्सियां, फर्श वगैरह को डिस्इंफेक्ट करते रहना चाहिए. एडवाइजरी में कहा गया है कि लोगों को अभी डबल मास्किंग ही करनी चाहिए या फिर N95 मास्क पहनना चाहिए. डबल मास्किंग के लिए एक सर्जिकल मास्क के साथ एक टाइट, अच्छी तरह से कवर करने वाला मास्क पहनिए. जिनके पास सर्जिकल मास्क नहीं है वो दो सूती के मास्क पहन सकते हैं.
सरकारी की नई गाइडलाइन के मुताबिक, बंद और गैर-हवादार इनडोर जगहों में ड्रॉपलेट्स और एयरोसोल कोरोना वायरस के फैलाव के जोखिम को बहुत बढ़ा देते हैं. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि खिड़की-दरवाजे बंद रखकर AC चलाने से कमरे के अंदर संक्रमित हवा इकट्ठी हो जाती है और दूसरे लोगों को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.