बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को एक और झटका लग सकता है. खबर है कि जीतन राम मांझी के बाद अब RLSP भी महागठबंधन का साथ छोड़ सकती है. इसके पीछे की वजह सीट बंटवारे को लेकर फंसा पेंच बताया जा रहा है. उपेंद्र कुशवाहा ने फैसले के लिए गुरुवार को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. वहीं RLSP के महासचिव आनंद माधव ने कहा कि राजनीति संभावनाओं से भरी है, और अगर सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं होती है तो हम अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
बता दें कि महागठबंधन के भीतर आरजेडी, कांग्रेस, रालोसपा और मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी के बीच सीटों पर बातचीत अटकी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरजेडी और कांग्रेस चाहती हैं कि कुशवाहा और साहनी के उम्मीदवार आरजेडी या कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर लड़ें ताकि चुनाव बाद ज़रूरत पड़ने पर इन पार्टियों के विधायक अपना पाला नहीं बदल सकें.