बीते कुछ दिनों में घाटी में 38 हजार जवानों की तैनाती, और फिर शुक्रवार को अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को जल्द से जल्द घाटी से लौटने की एडवाइजरी जारी होने के बाद बकौल महबूबा मुफ्ती कश्मीर घाटी में अफरातफरी का माहौल है. पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने एक के बाद कई ट्वीट कर बताया कि लोग एटीएम, पेट्रोल पंपों और जरूरी सामान लेने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार को सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा की फिक्र है, कश्मीरियों की नहीं. मुफ्ती ने ये भी आशंका जताई कि कश्मीर में कुछ बड़ा प्लान हो रहा है. तो वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा है कि कश्मीर में खौफ का माहौल है, और आज से पहले कभी ऐसा कोई एडवाइजरी जारी नहीं हुआ. इन सबके बीच राज्य की प्रमुख पार्टियों पीडीपी, एनसी और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट ने आपातकालीन बैठक बुलाई. दरअसल, अतिरिक्त जवानों की तैनाती को आर्टिकल 35-A और 370 को खत्म करने से जोड़कर देखा जा रहा है, जबकि केंद्र ने इन अटकलों को खारिज किया है।