देश का ऐसा गांव जहां मोबाइल नेटवर्क के लिए रोज बनाते हैं ईंटों का टॉवर

Updated : Jan 14, 2019 23:07
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Editorji News Desk
गढ़वा जिले के भंडरिया प्रखंड में एक गांव है कुल्ही। घने जंगलों के बीच स्थित यह गांव छत्तीसगढ़ की सीमा के काफी करीब है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण कुल्ही गांव में सीआरपीएफ का एक पिकेट है। यहां जवानों को एक साथ दो मोर्चों पर लड़ना पड़ता है। नक्सली तो समस्या हैं ही लेकिन मोबाइल में नेटवर्क आना उससे भी बड़ी समस्या है। पहाडि़यों से घिरे होने के कारण कुल्ही में नेटवर्क काफी कमजोर रहता है। जवान अपने परिजनों से बात करने के लिए रोज ईंट का टॉवर बनाते हैं और अपना मोबाइल उसपर रखकर नेटवर्क आने का इंतजार करते हैं। नेटवर्क आ गया तो हेडफोन लगाकर मोबाइल को बिना छुए बात करनी होती है।
सीआरपीएफनक्सल प्रभावित जिलोंनक्सल प्रभावित क्षेत्र

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